चलते यूँ जाएं, उड़ते यूँ जाएं , बस कभी थम ना पाएं, पहुँच जाएं ऐसी जगह , जहाँ तुम से मिल जाएं, ठहर जाएं कुछ…
Leave a Comment"let's submerge into imagination."
चलते यूँ जाएं, उड़ते यूँ जाएं , बस कभी थम ना पाएं, पहुँच जाएं ऐसी जगह , जहाँ तुम से मिल जाएं, ठहर जाएं कुछ…
Leave a Commentगैर तो अपने थे नहीं , अपनो ने भी साथ छोड़ा है। सोचा था कभी हम भी जी लेंगे , दो पल ख़ुशी के ,…
Leave a Commentकुछ बातें कही, अनकही रह जाती हैं। दिल में कुछ मनन मुटाव और अपेक्षायें बन्न जाती हैं। रिश्तों के चेहरे बदल जाते हैं। मंजिलों के…
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